प्यासी बहु ने लिया ससुरजी के संग चुदने का असली मजा!
188Kबीमार सासूमाँ की सेवा का बहना कर मैं फिर से ससुराल चली गई. सासूमाँ की सेवा तो बस बहाना था, मुझे तो बस ससुरजी से चुदना था.
मैं कमरे में कपड़े बदल रही थी. इतने में ससुरजी आए और मुझे बाहों में भर बोले, “अभी तो कपड़े उतारने का समय हुआ है.” ऐसे बोलकर वो मेरी ब्लाउज के हुक्स निकालते हुए मेरे होंठ, गला चुमने लगे.
फिर उन्होंने मेरे पेटिकोट का नाडा छोड़ा तो वह मेरे पैरोंतले आकर गिरी. ससुरजी की बाहों में अब मैं बस पैंटी में थी. वो मेरी गांड सहलाने लगे. मेरी नंगी पीठ पर हाथ फेरने लगे. मैंने भी झट्ट से उनकी लुंगी खोल डाली.
अब हम दोनों बिस्तर पर आ चुके थे. ससुरजी मुझे चोदे जा रहे थे. घंटे भर बाद ही उनका माल निकल आया था.
दूसरे दिन मेरे पति का फोन आया. उन्होंने मुझे जल्दी वापस आने के लिए बोला. मैं अगले ही दिन निकलने वाली थी. उस रात ससुरजी ने मुझे जमकर चोदा.
एक बार तो जब मैं कपड़े धो रही थी तब ससुरजी पीछे आकर मेरे बूब्स और चूत सहलाने लगे थे. वो पल मैं कभी नहीं भूल सकती.